दर्द की भाषा कौनसी होती है
क्या ये सिर्फ मेरे अपनो को समझ आयेगी
तो अपनो की पहचान क्या है
क्या अपनों पर किसी रिश्ते का टैग होता हैं
कब किस मौसम मे मिलते है ये अपने
किस गली, किस मौहल्ले मे बसते है ये अपने
ढूंढो तो मिलते नहीं
गलती से इनका घर मिल भी जाए तो
अक्सर ताले ही मिलते है वहां
क्या ये सिर्फ मेरे अपनो को समझ आयेगी
तो अपनो की पहचान क्या है
क्या अपनों पर किसी रिश्ते का टैग होता हैं
कब किस मौसम मे मिलते है ये अपने
किस गली, किस मौहल्ले मे बसते है ये अपने
ढूंढो तो मिलते नहीं
गलती से इनका घर मिल भी जाए तो
अक्सर ताले ही मिलते है वहां
होश संभालो तो
जीवन के हर मोड़ पर अनेक रिश्तो से पहचान होती है पर एक रिश्ता जिससे जीवन
मिलता है वही एक सच्चा रिश्ता होता है ।मां बच्चे के रिश्ते में कोई खोट
नहीं होती। खुशनसीब है वो जिनके पास मां होती
है। वरना प्यार क्या होता है कभी समझ नहीं पाते।लडकियों के लिए मुश्किले
कुछ ज्यादा होती है अचानक अनजान शहर, अनजान लोगो के बीच अपनी जमीन ढूँढती
है तो वो और अक्सर उम्र पूरी हो जाती है पर तलाश पूरी नहीं होती। सिर्फ
सेवा का मेवा चाहिए बहू से ससुराल वालो को बाकी उनके
अपने तो खून के ही रिश्ते है।
सुना है खून के रिश्ते बड़े मजबूत होते है पर अखबारो की सुर्खियां तो कुछ और ही कहती है थोड़े से पैसो में बिकते है प्रगाढ़ रिश्ते। जिस पर जितना ज्यादा यकीन होगा उससे उतना ज्यादा धोखे की आशंका।
फिर भी एक उम्मीद ता उम्र रखना दोस्तो कही ना कहीं रिश्तो में विश्वास अब भी जिन्दा है बस नज़र से ओझल है अभी। बादल छटने दो धूप खिलने दो फिर जो मिले उस खूबसूरत रिश्ते को संभालकर संजोकर रखना दोस्तो।
सुना है खून के रिश्ते बड़े मजबूत होते है पर अखबारो की सुर्खियां तो कुछ और ही कहती है थोड़े से पैसो में बिकते है प्रगाढ़ रिश्ते। जिस पर जितना ज्यादा यकीन होगा उससे उतना ज्यादा धोखे की आशंका।
फिर भी एक उम्मीद ता उम्र रखना दोस्तो कही ना कहीं रिश्तो में विश्वास अब भी जिन्दा है बस नज़र से ओझल है अभी। बादल छटने दो धूप खिलने दो फिर जो मिले उस खूबसूरत रिश्ते को संभालकर संजोकर रखना दोस्तो।
kalyug hai rishto mein khot hona lazmi hai lekin satark rahkar sacche rishto ko pahchana ja sakta hai aur unko sahejkar rakha ja sakta hai...
जवाब देंहटाएंsahi kaha aapne
कलयुग है रिश्तो में खोट होंस लाज़मी है ज़रूरत है सतर्क रहने की ..उत्तम सर्वोत्तम रचना
जवाब देंहटाएंमेरे अपनों की खोज अब इसी सबक से शुरू होती है शुक्रिया बेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएंसुंदर
जवाब देंहटाएंThank you
हटाएंदुसरो के ज्यादा दिखावटी प्यार का चश्मा हटाकर सही रिश्ते पहचानना ज़रूरी है
जवाब देंहटाएंthanks for the lesson maam
जवाब देंहटाएंmere apne mere hone ki nishani mange...aaina mujhse meri pehle si surat mange
जवाब देंहटाएंअपनों का चयन करने से पहले ये बात याद ज़रूर करूँगा
जवाब देंहटाएंaPNO KI SAMJH JITNI JALDI HO ACCHA HAI
जवाब देंहटाएंwell said Maam
जवाब देंहटाएंMust read...very nice maam
जवाब देंहटाएंkaha hai mere apne
जवाब देंहटाएंits hard to find truw relations
जवाब देंहटाएंsatire
जवाब देंहटाएंकब किस मौसम मे मिलते है ये अपने