लिखने की वजह खुद में खुद की तलाश है
शुक्रवार, 4 नवंबर 2016
ब्रम्हांड में जीवन संचार
शून्य में ओमकार का वास
जीवित शरीर में आत्मा का वास
माँ के गर्भ में भ्रूण का वास
तपस्वी के मन में इष्ट का वास
शाश्वत में नश्वर का वास
सत्य में असत्य का वास
ब्रम्हांड में यही है जीवन का संचार
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)