अतिथि देवो भवः
भारत की भूमि पर हर घर में यही संस्कार पले
फिर क्यों विदेशी सैलानी हर बार ठगे जाते है
पूरे विश्व में फैली ख्याति जिन संस्कारो की
आज वही पर मैली हो गयी चादर उन संस्कारो की
एक छोटे से हित के खातिर फिर बलि चढ़ गए संस्कार
आखिर कितने छोटे पड गए अपने ही घर में हम आज
राह दिखाने वाले ने राहगीर को लूट लिया
एक रिश्ता विश्वास का था वो भी खुद से छीन लिया
भारत की भूमि पर हर घर में यही संस्कार पले
फिर क्यों विदेशी सैलानी हर बार ठगे जाते है
पूरे विश्व में फैली ख्याति जिन संस्कारो की
आज वही पर मैली हो गयी चादर उन संस्कारो की
एक छोटे से हित के खातिर फिर बलि चढ़ गए संस्कार
आखिर कितने छोटे पड गए अपने ही घर में हम आज
राह दिखाने वाले ने राहगीर को लूट लिया
एक रिश्ता विश्वास का था वो भी खुद से छीन लिया
We should not forget our culture..thanks for reminding the fact
जवाब देंहटाएंindian culture should not be neglected
जवाब देंहटाएंAtithi satkar kaise bhul rahe hai hum?sad very sad
जवाब देंहटाएंBharat ki garima ka khayal rakhna hoga...kuch log kuch galat examples desh ki seerat kyo badle
जवाब देंहटाएंआदर सत्कार जिस देश की प्रथा है वह ये सब निंदनीय है ...हर भारतीय इसका विरोध करता है
जवाब देंहटाएंbharat mein aisa nahi hona chahiye we oppose it
जवाब देंहटाएंguest bhagwan hai bado se seekha hai ..is sachai ko mat badlo bhai...
जवाब देंहटाएंguest is god in India
जवाब देंहटाएं