गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

कितने प्रतिशत इंसान हो तुम ?


Kathua rape
Pic Courtsey-Facebook
चारो ओर  फैली वहशियत 
गवाह है कि इंसान कम ही 
बाक़ी बचे है धरती पर 

रुको,सोचो
कितने प्रतिशत 
इंसानियत बाक़ी बची है 
हम सभी में 

रूप इंसान का 
काम जानवर का 
जिस वहशियत के 
नुमाइंदे हो तुम
ये दरिंदगी तो 
जंगल में भी मुमकिन नहीं 

इंसानी शक्ल में 
दरिंदो की पहचान 
बड़ी मुश्किल है 
आवाज़ मीठी 
नीयत खोटी रखते है 

चेहरा आईने में
रोज़ देखते है 
आत्मा में 
झाँकने से डरते है 

शुक्रवार, 2 मार्च 2018

बढ़ते ज्वालामुखी

anger
Pic Courtsey:Indiaskk-Google
सिसकियों और चीखों का अम्बार यहाँ 
कहीं बचपन लाचार, कहीं ज़िन्दगी 
आखिर क्या दहक रहा है मन में 
क्या सुलग रहा है तन में 
क्यों आम आदमी हैवान बन रहा है 
हर आँख में लावा,साँस में शोला 
कभी अपने घर आँगन में फट पड़ा 
कभी सरे राह भड़कता नज़र आया 
धरा ज्वालामुखी से पट गई यहाँ 
हर ओर अंगार बरस रहा यहाँ 
शैतान की कहानियां हर लब पर है 
खुद को एक बार आईने में निहार तो ज़रा 

गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018

हश्र कुछ ऐसा हुआ जन क्रांति का

Revolution,Anna
Pic Courtsey:Google
बदल रही है हवाएं युग धर्म की 
सपनों की हत्या हुई बहती धारा में
निकले थे हुंकार भरकर 
रम गए झंडू बाम बनकर
पथ भ्रमित हुए कुछ हमसायों की बात पर
इतिहास गवाह है
स्वागत लौटने वाले का होता नहीं
आगाज़ किया था जिस परिवर्तन का
उससे मुँह फेर लिया सत्तासीन होकर
जनता साथ चल रही थी आशान्वित होकर
दग़ा खा लौट आई
एक बूढ़े की लाठी तोड़ आई
क्रांति के बीज से बौना वृक्ष पैदा हुआ
ज्वाला समिधा की उठी थी जहाँ
वहीं एक बड़ा स्वप्न भस्म हुआ
एक छोटा निजी स्वार्थ एक बार फिर विजयी हुआ

शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

दर्द विसर्जन

ganga laha le
Pic Courtsey:Google
खुद में ना पाल हलाहल इतना 
रगों में ना दौड़ा ज़हर इतना 
कुछ देर बैठ, मुझसे बात कर 
सुना क्यों सुर्ख है अक्स मेरा 
आईने में आज इतना 

ना विष रख, ना विष की यादें 
बहा दे अश्रुओं में भीतर भरा ज़हर सारा 
मिटा दे विस्मृति, स्मृति पटल से 
खोल दे मन के सारे ताले
कर दे  दर्द विसर्जित, गंगा नहा ले 

बुधवार, 24 जनवरी 2018

प्रतिभा

hidden talent
















Pic Courtsey : Google
छिपी हूँ मन के भीतर 
बाहर निकालो 
मुझसे मिलो तो सही 
मैं एक और ज़िन्दगी हूँ 
बसती हूँ तुम में ही में कहीं
लोग प्रतिभा कहते है मुझे  
ढूंढ लो मुझे 
इससे पहले की मैं सिमट जाऊं
भीतर ही कहीँ
आकर मिलो नई ज़िन्दगी से 
बदल सकते हो अपनी छवि

गुरुवार, 11 जनवरी 2018

इश्क़ नहीं आसां

Pic Courtsey:Google
इश्क़ की गली से ना 
गुज़रना कभी 
रूह पीछे छोड़ देह 
आगे बढ़ जाएगी 

ज़िन्दगी का नाम 
शेष होगा 
ज़िन्दगी बहुत पीछे 
छूट जाएँगी 

बातें मुलाकाते 
खूब होंगी लेकिन 
किसी खास का इंतज़ार 
हर पल रहेगा 

इश्क़ की गली से ना 
गुज़रना कभी 
ख़्वाब सिमट जायेंगे 
हक़ीक़त रूबरू होगी 

सोमवार, 1 जनवरी 2018

नई इबारत

Nai ibarat
Pic Courtsey:Google
ना कागज़ पर 
ना कलम से 
लिखना है हमको 
तकदीर कर्म से 
जो बीत गई 
वो बात गई 
उठो, बढ़ो 
लेकर नया जोश
नई चुनौतियां 
नए रास्तें 
पर याद रखो 
पुराने अनुभव 
नज़र मंज़िल पर  
और दृढ इरादे 
फिर कौन रोकेगा 
सफर के रास्तें