Pic Courtesy : Word Press.com
नशे में है जग सारा
कही नींद कहीं
मह का साया
कही सौंदर्य जाल
कही ग्लैमर की माया
लड़खड़ाए कदम
बहकी आवाज़ें
नशे की गिरफ्त में
शरीर से..आत्मा ज्यादा
बातें कुछ कम
शोर बहुत ज्यादा
साहस सिमटा
दंभ ने घेरा
मंद पड़ती जिज्ञासाएं
तीव्र होती आकांक्षाएं
जल्दबाज़ी में बढ़ती ज़िंदगिया
देरी से मिलती राहें
फिर भी पहचान ना पाए
क्यों खो रही हैं
तेरी मेरी नयी राहें
नशे में है जग सारा
कही नींद कहीं
मह का साया
कही सौंदर्य जाल
कही ग्लैमर की माया
लड़खड़ाए कदम
बहकी आवाज़ें
नशे की गिरफ्त में
शरीर से..आत्मा ज्यादा
बातें कुछ कम
शोर बहुत ज्यादा
साहस सिमटा
दंभ ने घेरा
मंद पड़ती जिज्ञासाएं
तीव्र होती आकांक्षाएं
जल्दबाज़ी में बढ़ती ज़िंदगिया
देरी से मिलती राहें
फिर भी पहचान ना पाए
क्यों खो रही हैं
तेरी मेरी नयी राहें