Pic Courtesy :Flickr
सरलता सहजता
गुम जब से हो गयी
ज़िन्दगी अजनबी
कुछ और बन गयी है
दोस्त बन रहे है
तकनीक और तेजी
मिलावट का नया
दस्तूर बन गया है
मिठास की जगह
मीठी बातों ने ली है
अपनों की जगह
बेगानो की झड़ी है
सादगी की जगह
भड़कते श्रृंगार ने ली है
प्रकृति का मोल घटा
विकसित नई पीढ़ी हुई है
ओल्ड इस गोल्ड
कहते है क्यों सोचो
खो गया है क्या
बदलते युग की भीड़ में देखो
सरलता सहजता
गुम जब से हो गयी
ज़िन्दगी अजनबी
कुछ और बन गयी है
सरलता सहजता
गुम जब से हो गयी
ज़िन्दगी अजनबी
कुछ और बन गयी है
दोस्त बन रहे है
तकनीक और तेजी
मिलावट का नया
दस्तूर बन गया है
मिठास की जगह
मीठी बातों ने ली है
अपनों की जगह
बेगानो की झड़ी है
सादगी की जगह
भड़कते श्रृंगार ने ली है
प्रकृति का मोल घटा
विकसित नई पीढ़ी हुई है
ओल्ड इस गोल्ड
कहते है क्यों सोचो
खो गया है क्या
बदलते युग की भीड़ में देखो
सरलता सहजता
गुम जब से हो गयी
ज़िन्दगी अजनबी
कुछ और बन गयी है