शुक्रवार, 26 मई 2017

जीवन के दो भाग

Sorrow and happiness,One goes another comes
Pic courtsey:Blogger Zindagi Ke Rang
सुख का सूरज दुःख की रैना
दो आँखों का गहरा नाता
झर झर नैना नीर बहाये
सुख आये या  दुःख आये

काम क्रोध और मोह का नाता
सागर में भी हलचल ले आता
जीवन के अचूक दो घेरे
कौन बचा इनके फेरे से

सुख में बीते लम्हो को
ढूंढते है दुःख की घडियो में
सुख का सूरज आस बंधाता
दुःख को थोड़ा कम कर जाता

सुख में दिखे ना दुःख की रैना
मन बांवरा चला आकाश भ्रमण को
जब गिर जाये आसमान ज़मी पर
समझ ना आये दुःख के बदरा
कैसे ये कहाँ से घिर आये

सुख में मुस्काना लेकिन
तुम ये भूल ना जाना
दुःख की रैना का भी तय है
जीवन में आना

दुःख का अमृत चख कर देखो
जीवन परिष्कृत हो  जाता है
स्वप्न  से सुन्दर सुख के फेरे में
इंसान स्वार्थ नगरी में खो जाता है


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